सरकारी अध्यापक/अध्यापक बनने के योग | Apke Kundli mein Sarkari Teacher banne ka yog hain?
ऐसे कई जातक जातिका होते हैं जो सरकारी अध्यापक बनना चाहते हैं।
Apke Kundli mein Sarkari Teacher banne ka yog hain?
सरकारी अध्यापक बनने के कुछ महत्वपूर्ण योग होते हैं।कुंडली का दशम भाव कार्य क्षेत्र का भाव होता है कुंडली का पंचम भाव शिक्षा का तथा शिक्षक के कार्य का होता है।तथा गुरु बुध शुक्र ये शिक्षा के क्षेत्र के कारक हैं।शिक्षक बनने के लिए इन तीनों का या बुध गुरु का बलवान होना अतिआवश्यक है तथा पांच बे भाव से इनका संबंध हो।
,जब कुंडली में दसवें भाव के अधिपति का संबंध पांच बे भाव से या पांच बे भाव के अधिपति से बनता हो तथा गुरु बुध की स्थिति मजबूत हो।तो ऐसी स्थिति में जातक अध्यापक बन जाता है।पांचवे भाव का अधिपति दशम भाव से संबंध बना ले तथा बुध गुरु की स्थिति मजबूत हो तो ऐसी स्थिति में भी जातक अध्यापक बन सकता है।एक सफल अध्यापक बनने के लिए कुंडली में मजबूत सूर्य या मंगल का संबंध दशम भाव से होना अति आवश्यक है।यदि ये सारी शर्तें लागू हो तो जातक अध्यापक या सरकारी अध्यापक बन जाता है।
उदाहरण- यह एक जातक कि पत्रिका का विवरण है जो एक सरकारी अध्यापक है।यह पत्रिका मकर लग्न कि है इसमें पंचमेश तथा दशमेश शुक्र भाग्य भाव में बैठे हुए हैं।तथा गुरु लाभ में बैठकर पंचम भाव से संबंध बना रहा है।और मजबूत मंगल दशम भाव में बैठा हुआ है।तथा भाग्य भाव में उच्च का बुध पंचमेश तथा दशमेश शुक्र के साथ बैठा हुआ है।तथा मजबूत सूर्य दशमेश शुक्र के साथ भाग्य भाव में संबंध बना रहा है।
इन सभी कारणों से यह जातक सफल सरकारी अध्यापक है।इस जातक का जन्म विवरण इस प्रकार है।
जन्म तारीख- 30/9/1995,
जन्म समय-3:56pm
जन्म स्थान- गंगापुर, राजस्थान।
ASTROLOGER
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