7 Aug Sankashti Chaturthi Bahula Chaturthi
इस दिन भगवान गणेश की और चन्द्र देव की उपासना करने का विधान है. जो कोई भी इस दिन श्री गणपति की उपासना करता है उसके जीवन के संकट टल जाते हैं. साथ ही इस दिन पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है और संतान सम्बन्धी समस्याएं भी दूर होती हैं
– इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए. इस दिन सुबह साफ कपड़े पहनने चाहिए.
भगवान गणेश की पूजा करके लिए चौकी स्थापित करना चाहिए. उसमें लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाना चाहिए.
– भगवान के सामने हाथ जोड़कर पूजा और व्रत का संकल्प लें और फिर उन्हें जल, अक्षत, दूर्वा घास, लड्डू, पान, धूप आदि अर्पित करें.
– इस दिन भगवान गणेश की कथा सुननी चाहिए इससे हर मनोकामना पूरी होती है.
– शाम के समय चंद्रमा को शहद, चंदन, रोली मिश्रित दूध से अर्घ्य दें. चंद्रमा को अर्घ्य देना आवश्यक माना गया है.
इस व्रत में महिलाएं पूरा दिन निराहर रहकर शाम को मिट्टी की गाय और सिंह बनाकर उसकी पूजा करती हैं. पूजा में भगवान को भोग लगाने के लिए कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं. इस प्रासद को बहुला को अर्पित किया जाता है. जिसे बाद में गाय और बछड़े को खिला दिया जाता है. व्रत रखने वाली स्त्री को इस दिन बहुला कथा का पाठ भी करना चाहिए. बहुला की पूजा के साथ इस दिन भगवान गणेशजी की भी पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन उनकी पूजा करने से सुख समृद्धि का वरदान मिलता है.