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रतन शिरोमणि माणिक । Sanjay Dara Singh AstroGem Scientist । असली नकली पहचान व् धारण करने के लाभ

Post Date: July 1, 2020

रतन शिरोमणि माणिक । Sanjay Dara Singh AstroGem Scientist । असली नकली पहचान व् धारण करने के लाभ

रत्न शिरोमणि माणिक । असली नकली पहचान व् धारण करने के लाभ ।
Sanjay Dara Singh AstroGem Scientist
Gemstone Series
इंग्लिश में माणिक को रूबी, संस्कृत में पदमराग/सूर्यकांत मणी/लाल, उर्दू में रुगल, हिंदी में माणिक्य (डंदपाल), मराठी में माणिक, फारसी में इसे याकृत कहा जाता है। माणिक सामान्य रुप लाल, गुलाबी, रक्तवर्णी, हल्क गुलाबी इत्यादि रंगों में पाया जाता है। विश्व में उत्तरी बर्मा की मोगोक खान से निकले माणिक को उनकी गुणवत्ता के आधार पर विश्व में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। जो भी माणिक बेहतरीन गुणवत्ता व अधिक वजन में मोगोक खान से निकलता था उसे लाल की संज्ञा दी जाती थी और लाल को एक बेहतरीन हीरे से भी कहीं अधिक बेशकीमती माना जात है। बर्मा की खाने लगभग 1400 वर्ष पुरानी मानी जाती है जो कि अब बंद हो चुकी हैं। शाहजहां के तखत-ए-ताउस में मोगोक खान से निकले माणिक ही जड़े गये थे।

ज्योतिष संदर्भ
सिंह राशि वालों को या जिनको भी सूर्य ग्रह सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है उनको माणिक रत्न पहनना चाहिए। यह आत्मबल, स्वाभिमान, यश, मान, विधा, पिता से सहायता, पिता के स्वाथय, समाज में सम्मान, राजदरबार से सुख, राज अधिकारी, सरकारी नौकरी या सरकारी व्यवसाय, राजनीति में स्थान, पदोन्नती, बिजली, प्रकाश, अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा, नेत्र ज्योति इत्यादि के संदर्भ में धारण किया जाता है।

स्वास्थय संबंधी
वायु नाशक, उदररोग, तपेदिक, नेत्र विकार, क्षयरोग, मंदाग्नि, मानसिक रोग, चेहरे पर तेज, तीव्र दूरदर्शिता, राजनीति सोच, वैध, आध्यात्मिकता, पुत्र सुख, सुदृढ़ रोग निवारक क्षमता, प्राण शक्ति, निर्णायक क्षमता, शत्रुओं पर नियंत्रण, प्राकृतिक शक्तियों का धोतक इत्यादि विषयों के संदर्भ में भी माणिक धारण किया जाता है।

माणिक ओरिजिन सोर्स :
माणिक थाईलैंड, मोजाम्बिक, मैदागयास्कर, बर्मा, श्रीलंका, पूर्वी अफ्रीका, केन्या, नेपाल, अफगानिस्तान, भारत के मैसूर, पाकिस्तान इत्यादि देशों की खानों से निकलता है। वर्तमान में बर्मा के माणिक की काॅपी को बाजारों में न्यू बर्मीज माणिक के नाम से बेचा जाता है। जिसमें कि उसकी गुणवत्ता को बढ़ानें के लिए कांच भरा जाता है व डिफयूजन तकनीक से रंग में इजाफा किया जाता है।

कुछ विश्व प्रसिद्ध माणिक ब्लैक प्रिंस रूबी एक ऐसा रूबी माना जाता है जिसे किसी समय प्रिंस हेनरी पंचम के मुकुट में जड़े होने कारण युद्ध में अपनी जान बचाने का श्रेय इसी ही रूबी को दिया गया था जो कि आज इंगलैंड के शाही मुकुट में जड़ा हुआ है। एलीजाबेथ द्वितीय जब कभी इंग्लैंड की पार्लीयामेंट की शुरूवात के लिए उदघाटन करती है तो इस मुकुट को धारण करती है। आज यह इंग्लैंड की शाही नौ मुकुटों में से एक है।

कभी-कभी माणिक में एक ऐसा फिनोमिना पैदा हो जात है जिस कारण उसमें चार या छह कलियों का सितारा बन जाता है ऐसे रूबी को स्टार रूबी की संज्ञा दी गयी है। युनाईटिड स्टेट ऑफ अमेरिका में ऐसे दो बड़े स्टार रूबी हैं जिसका वजन 100 कैरेट है तथा नाम डी लौंग रूबी है। यह न्यूयाॅर्क के एक म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया है। दूसरा 138 कैरेट का है जो कि दुनियां का सबसे सुंदर स्टार रूबी है। यह वाॅशिंगटर डी. सी. में स्थित सोनियन इंस्टीटयूट में प्रदर्शित है।

सन 1919 में 42 कैरेट का स्टार रूबी 22000 पौंड में तथा सन 1922 में मिला 7.5 कैरेट का स्टार रूबी जो कि 10000 पौंड में नीलाम हुआ। आज इन रत्नों के दाम क्या होंगे आप स्वयं ही अंदाजा लगा सकते हैं। वर्तमान समय में उत्पादकता कम होने के कारण इनकी गुणवत्ता को आर्टीफीशियली बढ़ाने के लिये इनमें कांच व नकली रंगों को भरा जाता है। ताकि गुणवत्ता कम होने के बावजूद भी इन्हें महंगी कीमतों में बेचा जा सके। इसीलिए ग्राहकों को सतर्क रहते हुवे उन्हें किसी भी अच्छे ब्राण्ड का सील्ड व सर्टिफाईड उत्पाद ही खरीदना चाहिए क्योंकि बिना प्रमाणिकता के रत्नों में ग्राहक के साथ धोखा होने की संभावना अधिक होती है।

रत्नों की प्रमाणिकता को लेकर रत्न शास्त्र में कुछ टैस्ट होते हैं अगर कोई रत्न उन सभी टैस्टस में पास होने पर ही असली कहलाता है।

असली प्राकृतिक माणिक रत्न को रत्न शास्त्र के आधार पर पहचाने के लक्ष्ण:

1. यह पारदर्शी रत्न होता है।
2. इसकी हार्डनेस मोह स्केल पर 9.00 होती है।
3. इसका वर्तनाक आर.आई. मीटर पर 1.76 – 1.77 होती है।
4. इसकी सपेसिफिक ग्रेविटी 4.00 होती है।
5. इसका ऑप्टिक कैरेक्टर डी.आर. 0.008 होता है।
6. प्राकृतिक माणिक को इनकैंडेसेंट लाईट में देखने पर क्रिस्टल, सिल्क, फैदर इत्यादि आकृतियां नजर आती हैं।
7. यह कुदन्दम जाति का रत्न होता है जिसकी प्रारम्भिक संरचना षटकोणीय होती है।
8. असली माणिक में एल्युमीनियम ऑक्साईड की मात्रा पायी जाती है।
9. यह वजन में भारी व द्विवर्णीय रत्न होता है।

Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientists

LLB., Graduate Gemologist (Gemological Institute of America),
Astrology, Nemeorology, Vastu (SSM)

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