बुध का वृश्चिक राशि में गोचर – 5 दिसंबर 2019 से 25 दिसंबर 2019 तक
गोचर की समय व अवधि (यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: www,sriastrovastu.com)
बुध ग्रह 5 दिसंबर 2019, बृहस्पतिवार प्रातः 10:23 बजे वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा और 25 दिसंबर 2019, बुधवार रात्रि 15:32 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। आइए जानते हैं बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव होगा।
मेष
बुध आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित होंगे। कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है। इस भाव से जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, अचानक से होने वाली घटनाएँ, आयु, रहस्य, शोध आदि को देखा जाता है। गोचर के दौरान आपको उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। इस अवधि में आपको जहाँ आर्थिक क्षेत्र में लाभ मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर कार्य क्षेत्र में आपको बाधाओं का भी सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि आप यह भलिभांति जानते हैं कि विपरीत परिस्थितियों से आपको किस तरह लड़ना है। पारिवारिक जीवन में किसी प्रकार की दिक्कतें आ सकती हैं। इस दौरान आपके भाई बहनों को किसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी की ओर से कोई खुशख़बरी भी प्राप्त हो सकती है। उन्हें किसी प्रकार का लाभ मिल सकता है। सेहत के लिए गोचर अनुकूल नहीं है, इसलिए सेहत के प्रति बरती गई लापरवाही आपके लिए ठीक नहीं है। गोचर के दौरान अचानक यात्रा के योग बनेंगे। इस दौरान वाहन इत्यादि संभल कर चलाएँ। शोध से जुड़े छात्रों के लिए यह समय अनुकूल साबित होगा।
उपायः बुधवार के दिन हरी सब्जियों का दान करें।
मेष साप्ताहिक राशिफल
वृषभ
बुध आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में कुंडली के सातवें भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी एवं जीवन के अन्य क्षेत्रों में बनने वाले साझेदारों का विचार किया जाता है। चूंकि संप्तम भाव का सीधा संबंध वैवाहिक जीवन से है तो निश्चित रूप से गोचर के दौरान आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित होगा। इस दौरान आपको वैवाहिक जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। जीवनसाथी और आपके बीच एक अच्छा तालमेल दिखेगा। आप दोनों साथ मिलकर अपने वैवाहिक जीवन को और भी अच्छा बनाने के लिए कोई ठोस योजना बना सकते हैं। संतान के लिए समय अनुकूल है। वह अपने क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेगी। अगर आप साझेदारी में किसी के साथ व्यापार कर रहे हैं तो आपको लाभ मिलने के प्रबल आसार हैं। बुध ग्रह की कृपा से प्रेम जीवन में भी मिठास बनी रहेगी। लव पार्टनर आपकी भावनाओं को समझेगा और वह विपरीत समय में आपकी मदद करेगा। पारिवारिक दृष्टि से भी बुध का गोचर अनुकूल होने की गवाही दे रहा है।
उपायः श्री हरि विष्णु की पूजा करें और उनके समक्ष कपूर का दिया जलाएं।
वृषभ साप्ताहिक राशिफल
मिथुन
बुध आपकी राशि से षष्ठम भाव में गोचर करेंगे। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं क़ानूनी विवादों को देखा जाता है। बुध का गोचर आपके लिए अच्छे संकेत नहीं दे रहा है। इस दौरान आपकी सेहत कमज़ोर रहेगी। परंतु इस बीच सेहत के प्रति कोई भी लापरवाही न बरतें। दूसरी ओर, गोचर के दौरान विरोधियों और शत्रुओं से संभल कर रहें। इस दौरान वे आपके ख़िलाफ़ किसी तरह की साज़िश रच सकते हैं। इस अवधि में अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो समझ लीजिए ये प्रतियोजिता मुश्किल रहने वाली है। बिना कठिन परिश्रम के सफलता मिलना बहुत ही मुश्किल होगा। करियर में चुनौतियाँ आएँगी, लिहाज़ा इसके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहें। आर्थिक रूप से गोचर आपके लिए लाभकारी नहीं है। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि की संभावना है। गैर क़ानूनी कार्यों से दूर रहें, अन्यथा क़ानूनी केस का सामना करना पड़ सकता है। वैवाहिक जीवन में भी समस्याएँ आ सकती हैं। जीवनसाथी से तालमेल बनाकर चलना अच्छा रहेगा।
उपायः बुधवार को गुड़ दान करें।
कर्क
बुध आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेंगे। कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है। इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है। इस दौरान आपको रचनात्मक कार्यों में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जो जातक किसी क्रिएटिव वर्क से जुड़े हुए हैं उनके लिए समय चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। चूंकि पंचम भाव का संबंध संतान से भी है तो गोचर का प्रभाव आपकी संतान पर भी पड़ेगा। इस दौरान संतान की सेहत कुछ नाजुक रह सकती है। लिहाज़ा आपको उनकी सेहत पर ध्यान देना होगा। बुध के प्रभाव से संतान का स्वभाव भी थोड़ा चिड़चिड़ा हो सकता है। यदि आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बारे में सोच रहे हैं तो यह इच्छा फलीभूत होगी। समय इसके लिए अनुकूल है। हायर स्टडी के लिए विदेश जाने की भी संभावना दिखाई दिखाई दे रही है। प्रेम जीवन में रोमांस ताज़ा और बरक़रार रहेगा। लव पार्टनर आपकी भावनाओं की पूरी कद्र करेगा। छोटी-मोटी तकरार सामने आएंगी, लेकिन उनका ज्यादा असर आपके प्रेम जीवन पर नहीं पड़ेगा।
उपायः मौसी, बुआ या चाची को हरे वस्त्र दान करें।
सिंह
बुध आपकी राशि से चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं। कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से माता, जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुख, चल-अचल संपत्ति, लोकप्रियता एवं भावनाओं को देखा जाता है। सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर अनुकूल रहने वाला है। इस दौरान आपको विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। माता जी की सेहत में सुधार आएगा। गोचर के दौरान उनकी सेहत दुरुस्त रहेगी। आर्थिक दृष्टि से भी आपको गोचर का लाभ मिलेगा। घर में चल-अचल संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान या तो आप कोई नया वाहन अथवा कोई नई ज़मीन या प्रॉपर्टी ख़रीद सकते हैं। इस अवधि में आप अपने जीवन से संतुष्ट दिखाई दे सकते हैं। समाज में भी आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपकी लोकप्रियता में भी वृद्धि होगी। अपने कर्म क्षेत्र में भी आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आप कठिन परिश्रम से भी नहीं चूकेंगे। ऑफ़िस में सीनियर्स आपकी मेहनत और लगन की प्रशंसा करेंगे। बड़े और समाज के प्रभुत्वशाली लोगों के साथ आपका उठना बैठना हो सकता है।
उपायः किन्नरों का आशीर्वाद प्राप्त करें।
सिंह साप्ताहिक राशिफल
कन्या
बुध आपकी राशि से तृतीय भाव में जाएंगे। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई-बहनों, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। कन्या राशि के जातकों का आत्म-विश्वास बढ़ेगा। इस अवधि में आप साहस पूर्ण कार्य करेंगे। लक्ष्य प्राप्ति के लिए आपकी इच्छाशक्ति मजबूत होगी और आप उसी दिशा पर कार्य करेंगे। छोटे भाई-बहनों के लिए गोचर अनुकूल रहने की गवाही दे रहा है। इस दौरान उन्हें अपने कार्य में तरक्की मिलेगी और उनकी इस तरक्की से आपको ख़ुशी मिलेगी। इस दौरान आपको अपने क्रोध पर काबू करना होगा, अन्यथा यह झगड़े का कारण बन सकता है। गोचर के दौरान आपकी नौकरी में परिवर्तन के आसार नज़र आ रहे हैं। किसी विशेष प्रायोजन हेतु आपको लघु यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। अपने कार्य के प्रति आपका जोश और जुनुन दोनों ही देखने को मिलेगा। किसी अंजानी चीज़ के लिए आपके मन में उसे जानने की जिज्ञासा पैदा होंगी। नए लोगों से मिलने के आसार हैं। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी की सफलता से आपका सामाजिक स्तर और भी ऊँचा होगा।
उपायः दस मुखी रुद्राक्ष को गले में धारण करें।
तुला
बुध आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में दूसरे भाव से व्यक्ति के परिवार, उसकी वाणी, प्रारंभिक शिक्षा एवं धन आदि का विचार किया जाता है। पारिवारिक जीवन के लिए गोचर शुभ है। इस दौरान परिजनों के बीच प्रेम-सामंजस्य बढ़ेगा। घर के सदस्यों की एकजुटता के कारण परिजन कोई बड़ा कार्यक्रम कर सकते हैं। अपने परिजनों के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा। अपनों का साथ आपको ताज़गी का अहसास दिलाएगा। इस अवधि में आप अपने संवाद शैली के माध्यम से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। बुध के प्रभाव से आप तर्कसंगत बात करेंगे। आर्थिक लिहाज़ से गोचर शुभ है। इस दौरान आप धन की बचत करने में कामयाब हो सकते हैं। आय के साधनों में भी वृद्धि होने की संभावना है। अपने पुराने कर्ज को उतारने में आप कामयाब होंगे। अगर इस बीच आपने बैंक या अन्य किसी आर्थिक संस्था से लोन के लिए आवेदन किया है तो वह आवेदन आपका स्वीकार्य होगा। ख़र्चों पर नियंत्रण पाने के लिए वित्तीय मामलों में समझदारी दिखाने की ज़रूरत है।
उपायः भगवान बुद्ध की पूजा करें और गाय को हरा चारा खिलाएं।
तुला साप्ताहिक राशिफल
वृश्चिक
बुध ग्रह आपकी ही राशि में गोचर करेगा जो आपके प्रथम भाव अर्थात लग्न भाव में स्थित होगा। ज्योतिष में लग्न भाव को तनु भाव कहा जाता है। बुध का गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के स्वास्थ्य में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस दौरान आपको त्वचा संबंधी विकार हो सकते हैं। ऐसी समस्या होने पर किसी चिकित्स की सलाह ज़रूर लें। इस अवधि में आप मानसिक परेशानी का सामना कर सकते है। इससे बचने के लिए अच्छा होगा कि आप स्वयं को किसी शुभ कार्य में व्यस्त रखें। पारिवारिक जीवन को देखें तो, इस दौरान परिजनों के साथ किसी बात को लेकर वाद-विवाद भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपको स्वयं को शांत रखना होगा अन्यथा विवाद के बढ़ने की संभावना है। आपके लिए अच्छी बात यह है कि आप अपने कार्य क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। सहकर्मियों का साथ मिलेगा और बॉस या फिर सीनियर्स से प्रशंसा प्राप्त होगी। उनकी प्रशंसा आगे चलकर आपकी तरक्की का मार्ग खोलेगी। सामाजिक कार्यों में आपकी भागीदारी बढ़ सकती है।
उपायः बुधवार के दिन श्री विष्णु के मंदिर में कपूर दान करें।
धनु
बुध आपकी राशि से द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में यह भाव व्यय भाव कहलाता है। इस भाव से ख़र्चे, हानि, मोक्ष, विदेश यात्रा आदि को देखा जाता है। व्यय भाव में बुध का गोचर आपके ख़र्चों में वृद्धि करेगा। इस दौरान आपका धन विभिन्न मदों में ख़र्च होगा। अनावश्यक कारणों से भी हाथ से पैसा ख़र्च हो सकता है। इससे बचने के लिए आपको सही आर्थिक प्रबंधन की आवश्यकता होगी। धन या पैसों के मामले में कोताही बरतना होगा, अन्यथा धन हानि भी संभव है। इस अवधि में शेयर बाज़ार में निवेश करना आपके लिए फायदे का सौदा नहीं होगा। इसके अलावा सट्टा, जुआ आदि से भी खुद को दूर रखें। किसी कार्य के चलते विदेश यात्रा पर जाने की संभावना है। मुमकिन है कि यह यात्रा आपके लिए लाभकारी साबित होगी। करियर के लिहाज़ से बुध का गोचर आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है। हालाँकि फिर भी इस दौरान आपको सफलता पाने के लिए अधिक मेहनत करनी होगी। गोचर के दौरान विवादों से ख़ुद को अलग रखें और अपने विरोधियों से भी सावधान रहें।
उपायः बुधवार को हरी इलायची दान करें।
मकर
बुध आपकी राशि से एकादश भाव में स्थित होगा। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की उपलब्धियाँ, मित्र, बड़े भाई-बहनों आदि को देखा जाता है। बुध का गोचर मकर राशि के जातकों के लिए शुभ फलकारी हो सकता है। इस अवधि में आपको विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियाँ प्राप्त हो सकती हैं। ख़ासकर आदमनी में वृद्धि होगी। व्यापार करने वाले जातकों को व्यापार में अधिक लाभ प्राप्त होगा। वहीं नौकरी-पेशा से जुड़े जातकों की तनख़्वाह में वृद्धि की संभावना है। विविध स्रोतों से आमदनी आएगी। अगर आपने किसी को धन उधार दिया है तो वह धन भी आपको वापस मिल सकता है। मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी। बड़े भाई-बहनों के लिए गोचर शुभकारी रहने वाला है। इस अवधि में भाग्य और आपकी मेहनत का योग आपको लक्ष्य के और क़रीब लेकर आएगा। रिलेशनशिप में प्रेम और रोमांस बना रहेगा। आपका प्रिय आपकी भावनाओं को समझेगा। यदि आप अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करेंगे तो यह गोचर आपको कई क्षेत्रों में कामयाबी दिला सकता है।
उपायः गले या बाजू पर विधारा मूल पहनें।
कुंभ
बुध आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में दशम भाव करियर एवं प्रोफेशनल, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं जीवन के लक्ष्यों की व्याख्या करता है। इसे कर्म भाव भी कहा जाता है। करियर से जुड़े जातकों को बहुत अनुकूल परिणाम नहीं मिलेंगे। अच्छे फलों को पाने के लिए आपको मेहनत करनी होगी। अपने कार्य को लेकर आप थोड़े निराश हो सकते हैं। मन में असंतोष की भावना पैदा हो सकती है। संभव है कि आपको कार्य क्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़े। पारिवारिक जीवन में पिताजी की सेहत का ध्यान रखें। क्योंकि उनके स्वास्थ्य के लिए बुध का यह गोच अनुकूल नहीं है। संतान को गोचर के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी विपरीत परिस्थितियों में न केवल आपका साथ निभाएगा, बल्कि वह आपकी हिम्मत भी बनेगा। ध्यान देने वाली बात है कि इस अवधि में कठिन परिश्रम ही आपकी सफलता की चाबी है। इसके लिए ख़ुद को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करें।
उपायः श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का जाप करें।
मीन
बुध आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव कहते हैं। इस भाव से व्यक्ति के भाग्य, गुरु, धर्म, यात्रा, तीर्थ स्थल, सिद्धांतों का विचार किया जाता है। इस अवधि में आपका भाग्य आपके साथ होगा। कम मेहनत के बावजूद भी आपको सफलता प्राप्त होगी। लेकिन पूरी तरह से भाग्य के भरोसे न बैठे। मीन राशि के छात्रों को गुरुजनों का साथ मिलेगा। परीक्षा में भी आप अच्छे अंक प्राप्त करेंगे। धर्म और आध्यात्म से जुड़े विषय आपको अपनी ओर आकर्षित करेंगे। इस संबंध में आपका धन भी ख़र्च हो सकता है। आप समाज हित में अपना बहुमूल्य योगदान भी दे सकते हैं। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी के कारण आपको समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा। आर्थिक लाभ के योग भी हैं। धन की बचत करने में आप सफल होंगे। व्यापार से जुड़े जातकों को मुनाफ़ा हो सकता है। इस अवधि में आप अपने परिजनों के साथ किसी तीर्थ स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए समय अनुकूल है। गोचर के दौरान आप अपने उसूलों और सिद्धांतों को सर्वोपरि रखेंगे।
उपायः गाय को हरा चारा व गुड़ खिलाएं।