जीवन जीने की कला : दो कदम बुद्धत्व की ओर – श्री श्री रवि शंकर

Post Date: July 19, 2020

जीवन जीने की कला : दो कदम बुद्धत्व की ओर – श्री श्री रवि शंकर

तीसरा हिस्सा

पुस्तकें एवं कैसेटः जन साधारण के मार्ग दर्शन हेतु गुरूदेव के प्रवचनों की कैसेट तथा पुस्तकें ‘व्यक्ति विकास केन्द्र’ की सभी शाखाओं पर उपलब्ध हैं। नारद भक्ति सूत्र, पातञ्जलि योग सूत्र, अष्टवक्र गीता, कई उपनिषद, सत्संग भजन कैसेट आदि इनमें प्रमुख हैं।

व्यक्ति विकास केन्द्र एक मान्यता प्राप्त चेरिटेबल ट्रस्ट है जिसका मुख्य कार्यलय बैंग्लोर शहर में है। यह एक परोपकारी एवं अलाभकारी संस्था के रूप में पंजीकृत है। इसका उदेश्य है मानव कल्याण के लिए गुरूदेव द्वारा निर्धारित शिक्षा क्रम को हर श्रेणी के लोगों तक पहुंचाना, मानवीय मूल्यों की जानकारी में वृद्धि करना तथा लोगों को दैनिक जीवन में मूल्यों को जीने के लिए प्रेरित करना।

कार्यक्रमों की अनुपम विशेषता इनके दैनिक जीवन के व्यवहारिक एवं पवित्र दृष्टिकोण में निहित है। संयुक्त राष्ट्र में इसे एक अन्तर्राष्ट्रीय संघठन के रूप में मान्यता मिली है तथा यह संघठन संयुक्त राष्ट्रों के सम्मेलनों में भाग लेता है।

इसकी शाखाएं भारत के सभी प्रमुख नगरों में, व संसार के 87 से भी अधिक देशों में, फैसी हुई हैं।

 

 

 

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